तेरे मेरे दरमियाँ
DATE : 2019-09-29 19:48:08
तेरे मेरे दरमियाँ जो
रह गया हो अधूरा
अब क्या है ऐसा
जो सपनों की उडान भरना चाहता हो
इन आसुओं की पहचान बनना चाहता हो
अब क्या है
जो इस चेहरे की मुस्कान बनना चाहता हो
मंजिलों की उडान बनना चाहता हो !
x
0
Gunj- ek gujarish
Writer : Deepa Rani
Hello
<<新しい記事
過去の記事>>