मुझे ये डर है के
DATE : 2019-10-22 01:29:27
दो राहों पर खडा करके हमको
के छुडा लो न तुम दामन अपना हमसे
फिर से अपरिचित न बना दो हमको
मुझे डर है के
एक बार फिर मुहब्बत के नाम न मिटा दो हमको
दुनिया से फिर बेखबर न बना दो हमको
मुझे डर है के !
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Gunj- ek gujarish
Writer : Deepa Rani
Hello
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