लम्हा
DATE : 2017-11-02 23:14:14
इन खामोशियों को जुबां मिल जाए
आखों कि नमी को दुआ मिल जाए
न कर इतना मजबूर ए - दिल
तुझे आदत बनाने कि आदत ही भूल जाए।
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Gunj- ek gujarish
Writer : Deepa Rani
Hello
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