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लम्हा

DATE : 2017-10-30 04:13:13
चाहा था तुम्हे
पाया है तुम्हे
मांगा था रब से मिलाया है तुमसे
चाहत है अब तो बस एक आशियाने की
मिलकर बनाएंगे जो हम
होगी मिन्नत वो भी पूरी
न हो सका तो
कर लेगे मिलकर अपने सपनों का जहां पूरा
जो अब तक है अधूरा ॥

Gunj- ek gujarish

Writer : Deepa Rani

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