Writer : आसिफ़ نواز
अये हाकिम तू किसीको लाल आंख ना दिखा। बस इतना करदे के कोई लड़की रोटी के खातिर आबरू ना बेचे। मान जाऊंगा तेरा सीना छप्पन इंची है।