InBlog Logo

रिश्ते-नाते

DATE : 2019-08-13 18:12:43











रिश्तों मे रिश्ते हैं कई बेबुनियाद
फिर भी है मन मे ए-मौला तेरी आस
अब तो तुझसे बस एक ही फरियाद
कर दे इनको तू बेनकाब
है चाहत का फरेब इनकी आखों में छिपा
ये हैं मृदुभाषी
दिल में ज़हर भरा
है फरेबी इनके जज़्बात
रिश्तों मे रिश्ते हैं कई बेबुनियाद



Gunj- ek gujarish

Writer : Deepa Rani

Hello